Champaran report


 महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा ,महाराष्ट्र

                      कार्यशाला विवरण

महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा ,महाराष्ट्र, द्वारा गाँधी स्मृति एवं दर्शन समिति , नई दिल्ली, एवं इग्नू, नई दिल्ली, के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय थारु कला संस्कृति समागम संगम कार्यशाला विवरण |
             कार्यशाला: 22/06/2017 से 24/06/2017

कार्यक्रम का नाम कार्यक्रम का नाम- थारु कला संस्कृति समागम संगम
कार्यक्रम स्थल- हरनाटांड, पश्चिम चंपारण, बिहार
दिवस- तीन दिवसीय कार्यक्रम
दिनांक- 22 से 24 जून 2017
प्रतिभागी- 600 (हरनाटांड), 1 विद्यार्थी (एम.एस.डब्लू) म.गाँ.अं.हिं.वि.
आयोजक- गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली


परिचय

थारु कला संस्कृति समागम संगम धरोहर की राजधानी हरनाटांड पश्चिमी चंपारण में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली द्वारा आयोजित किया गया यह कार्यक्रम तीन दिवसीय कार्यशाला रहा जिसका उद्घाटन दिनांक 22 जून 2017 को हुआ और समापन दिनांक 24 जून 2017 को हुआ |

थारू समाज के इन संस्कृति कार्यक्रम के साथ साथ महिला सशक्तिकरण संगठन निर्माण खेती-किसानी युवा पीढ़ी का मार्गदर्शन शिक्षा एवं स्वास्थ्य आदि विषयों पर भी चर्चा हुई |

उद्देश्य

थारू समाज को सशक्त करना
थारू समाज के हो रहे कला एवं संस्कृति को संरक्षण करने में मदद करना
महिला सशक्तिकरण
थारू समाज के लोगों का कौशल विकास करना



कार्यक्रम सूची

प्रथम दिन 22/06/17

उद्घाटन सत्र

समय गतिविधि- 10:00 am से 11:00 am पंजीकरण, 11:00 am से 11:15am दीप प्रज्वलन, 11:15 से 11:30 am पुष्पांजलि, 11:30 am से 11:40am स्वागत गान, 11:40am से 11:50 am 7 विशिष्ट अतिथि सम्मान,  12:00pm से 5:00 pm विषय कथा, 5:00 PM से 1:00 PM अतिथि भाषण, 1:00 PM से 3:00 PM दोपहर का भोजन,

द्वितीय सत्र

समय 6:00 PM से 9:00 PM सांस्कृतिक कार्यक्रम, 9:00 PM से 11:00 PM रात्रि भोजन |

द्वितीय दिवस- 23/06/ 2017

स्थान गतिविधि- 10:00 से 11:00 am पंजीकरण, 11:00 am से 11:00am  15 विशिष्ट अतिथि का स्वागत, 11:15am से 11:55am अतिथि भाषण, 11:55am से 1:00pm  कार्यशाला महिला सशक्तिकरण, 1:00 PM से 3:00 PM दोपहर का भोजन |

द्वितीय सत्र

समय गतिविधि- 6:00 PM से 9:00 PM सांस्कृतिक कार्यक्रम, 9:00 PM से 11:00 PM रात्रि भोजन |

तृतीय दिवस- 24/06/2017

समय गतिविधि- 8:30am से 10:30 am विद्यालय के बच्चों तथा समाज के युवाओं के साथ संवाद, 10 30 am से 11:30 am सम्मान समारोह, 11:30am से 1:00 PM खेती किसानी एवं कौशल विकास कार्यक्रम पर चर्चा, 1:00 PM से 3:00 PM दोपहर का भोजन,



कार्यक्रम में आने वाले अतिथि की सूची

·        विशिष्ट अतिथि माननीय श्री धर्मेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह विधायक वाल्मीकि नगर पश्चिमी चंपारण बिहार

·        विशिष्ट अतिथि माननीय श्री सतीश चंद्र दुबे सांसद पश्चिमी चंपारण बिहार

·        माननीय दीपांकर श्री ज्ञान निर्देशक गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति राजघाट नई दिल्ली

·        माननीय श्री बसंत जी गांधियन विचारक

·        दीप नारायण प्रसाद अध्यक्ष भारतीय थारु कल्याण महासंघ कर्नाटक पश्चिमी चंपारण बिहार

·        चांद मति देवी सचिव फार्म महिला विकास संस्था हरनाटांडा पश्चिमी चंपारण बिहार

·        सत्येंद्र सिंह सचिव बेरोजगार संघ वाल्मीकि नगर बिहार आठवां कुसुम देवी जिला परिषद सदस्य वाल्मीकि नगर बिहार

·        भूतपूर्व ADM जय कृष्ण पटवारी हर नाटक बिहार

·        प्रकाश नारायण महतो प्रधानाध्यापक राज्य कृत्य राज्य संपोषित उच्च महाविद्यालय माध्यमिक विद्यालय पश्चिमी चंपारण बिहार

·        श्री ज्ञानी जी संगठन मंत्री भारतीय थारु कला कल्याण महासंघ कर्नाटक पश्चिमी चंपारण बिहार

·        गीता शुक्ला गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली

·        रीता कुमारी गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली

·        मधु शर्मा गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली

·        रचना कुमारी गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली

·        जितेंद्र कुमार गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली

·        रमन कुमार गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली

·        सुनैना देवी थारु कला प्रशिक्षण संस्थान कर्नाटक पश्चिमी चंपारण बिहार






              कार्यक्रम का विवरण

प्रथम दिवस- 22/06/2017

तीन दिवसीय कार्यक्रम थारु कला संस्कृति समागम का आयोजन गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति राजघाट, नई दिल्ली के द्वारा राज्य संपोषित उच्च माध्यमिक विद्यालय पश्चिमी चंपारण, बिहार के प्रांगण में किया गया | कार्यक्रम 22 जून 2017 को शुरु हुआ तथा 24 जून 2017 को संपन्न हुआ | इस कार्यक्रम का उद्घाटन वाल्मीकि नगर के माननीय विधायक श्री धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने किया दीप प्रज्वलित करके किया | उद्घाटन सत्र के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के फोटो पर पुष्पांजलि भी किया गया |
कार्यक्रम की शुरुआत थारु कला प्रशिक्षण केंद्र की बच्चियों ने स्वागत गान गाकर किया | विशिष्ट अतिथि को अंगवस्त्रम चरखा आदि देखकर गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति, नई दिल्ली के निर्देशक दीपांकर श्री ज्ञान जी ने सम्मानित किया | थारु कला प्रशिक्षण केंद्र की बच्चियों द्वारा कुल गीत और लोक नृत्य की प्रस्तुति भी की गई | मंच की अध्यक्षता श्री सन्मति देवी सचिव थारु महिला विकास संस्था कर्नाटक के द्वारा किया गया | मंच का संचालन जिला परिषद सदस्य कुसुम देवी जी ने किया | कार्यक्रम के दौरान श्रीमती कुसुम देवी जी ने बापू गीत की प्रस्तुति की |
अतिथि भाषण के दौरान विशिष्ट अतिथि माननीय विधायक श्री धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने मंच पर उपस्थित सभी को उद्घाटन के लिए धन्यवाद दिया उन्होंने यह कहा कि चंपारण की धरती को गांधी प्रयोग स्थल की तरह उपयोग किया और इस धरती से वह महात्मा बन गए यदपि हम सभी को गांधी जी के आदर्शों पर चलने का प्रयास करना चाहिए | उन्होंने यह यह भी कहा कि गांधी जी के आदर्शों पर चलकर ही हम एक सफल मनुष्य बन सकते हैं | गांधीजी के आदर्श आज भी चंपारण के लोगों में विद्यमान है |
आज के गांधियन माननीय श्री बसंत जी ने माननीय विधायक जी से आग्रह किया की थारूहर समाज के विकास में शिक्षा, संस्कृति कला और प्रशिक्षण के माध्यम से लोगों को कैसे जोड़ा जाए जिससे थारुहर समाज का समुचित विकास हो सके | इस पर पहल करने की जरूरत है |
खुद लाल जी ने के द्वारा एक लोक गीत की प्रस्तुति की गई जिसमें सावन के महीना में किसानों के गृहणियों का दुख दर्द गीत के माध्यम से सुनाया गया | झुमरा की प्रस्तुति भी कार्यक्रम के दौरान थारु समाज की बहनों द्वारा किया गया |
कुसुम जी ने इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिला बहनों से कहा कि हमारी कला संस्कृति विलुप्त हो रही है | उन्हें काफी चिंता जताते हुए कहा कि अगर हम अभी आज उसे नहीं बचा पाए तो शायद वह दिन दूर नहीं जब हम अपनी सभ्यता को ही खो देंगे | अतः उन्होंने सभी बहनों से आग्रह किया कि आज सभी बहने हमलोग संकल्प लें तो की हम आधुनिकता की चकाचौंध की को छोड़कर अपनी कला संस्कृति के सशक्त करेंगे | आज हम अपनी धरोहर कला संस्कृति को सीखने सिखाने की जरूरत है |
बुद्धि सागर जी ने एक गीत की प्रस्तुति की जिसके माध्यम से बाल विवाह परिवार नियोजन आदि सामाजिक कुरीतियों को छोड़कर एक सुंदर गांव के निर्माण के लिए ग्रामीणों से आग्रह किया |
पारस जी एवं बच्चियों ने बड़े ही सुंदर ढंग से थारु लोकगीत एवं लोकनृत्य की प्रस्तुति कि | इस गीत के माध्यम से लोगों के बीच थारु कला संस्कृति को संजो कर रखने का संदेश भी दिया |
कुसुम जी के द्वारा गांधी गीत रघुपति राघव राजा राम गाकर कार्यक्रम के पहले सत्र का समापन किया गया |
सभी उपस्थित लोगों ने दोपहर 1:00 बजे से 3:00 बजे तक भोजन किया |



कार्यक्रम का दूसरा सत्र

पुनः 6:00 बजे अपराहन से सत्र रात्रि 9:00 बजे तक किया गया | जिसमें संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम देशभक्ति गीत, प्रस्तुत किया |
गीता राम जी के द्वारा ‘ए मेरे वतन के लोगों’ गाकर शुरू किया गया | संस्कृतीक कार्यक्रम के दौरान देश भक्ति गीत, चौक कुलगीत, कर्म धर्म गीत, घूमर भजन-कीर्तन, आदि कई गीतों की प्रस्तुति की गई | देशभक्ति गीत ‘कर चले हम फिदा जाने तन साथियों’ से कार्यक्रम का समापन किया गया |
दीप नारायण प्रसाद एवं चांद मूर्ति देवी दोनों ने कार्यक्रम में आए लोगों को धंयवाद दिया एवं लोगों से आग्रह किया कि आप सभी भाई बहन ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर कार्यक्रम को सफल बनावे |



द्वितीय दिवस- दिनांक 23/06/2017

कार्यक्रम के प्रथम सत्र की शुरुआत माननीय सतीश चंद्र दुबे सांसद पश्चिमी चंपारण बिहार के द्वारा किया गया | गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली के निर्देशक माननीय श्री दीपांकर श्री ज्ञान जी, माननीय सांसद महोदय को अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया |
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए निर्देशक माननीय दीपंकर श्री ज्ञान जी ने गांधी के रचनात्मक कार्य तथा गांधी जी के कहे गए बातों पर प्रकाश डालते हुए अंतिम जन को ध्यान में रखते हुए बच्चों के बीच नेतृत्व निर्माण अदि बताया |
दूरस्थ शिक्षा के निर्देशक डॉ के.डी.प्रसाद जी ने पुस्तकालय और स्कूल के दीवाल पर चंपारण सत्याग्रह का पेंटिंग लगाने की बात कही |
सांसद जी ने लोगो को संबोधित करते हुए आग्रह किया कि कौशल विकास कार्यक्रम को अपने क्षेत्र में बढ़ावा देने का कार्य करें | थारू समाज के विकास के लिए उन्होंने हर संभव अपने मदद करने की दिलासा दी | साथी ही उन्होंने यह भी कहा कि यहां के सामाजिक उत्थान के कार्यक्रम में थारूहर समाज के लोगों के भागीदारी बिना कोई कार्य संभव नहीं होगा | बच्चों के लिए एक अच्छी पुस्तकालय मुहैया कराने का वचन भी दिया |
कार्यक्रम के दौरान पश्चिमी चंपारण के सांसद माननीय सतीश चंद्र दुबे जी ने बताया की गांधीजी के चंपारण यात्रा चंपारण वासियों के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ है | उन्होंने यह भी कहा कि बापू के इस कार्यक्रम में आज हमें उन्हें भी याद करनी चाहिए जिन्होंने बापू को पश्चिमी चंपारण की धरती पर लेकर आए | चंपारण की बात तो सभी करते हैं लेकिन धरातल पर आ कर कार्य करना सबके बस की बात नहीं और गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली की यह टीम जो दिल्ली से चलकर इस धरातल पर आकर कार्य कर रही है वह काफी ही सही और सराहनीय है | इसके लिए गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के निर्देशक माननीय दीपांकर श्री ज्ञान जी और पूरी टीम को मैं धंयवाद देता हूं, बसंत जी को धन्यवाद देता हूं, सांसद जी ने केंद्र सरकार के द्वारा चलाए जा रहे कई योजना जैसे- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, समृद्धि सुकन्या योजना, आदि को लोगों को बताया | तथा कहा कि इन सभी योजनाओं का हमें लाभ उठाना चाहिए | उन्होंने यह भी कहा कि इस जिले का विकास जो होना चाहिए वह अब तक नहीं हुआ | शिक्षा का काफी अभाव है | हम आज भी काफी पिछड़े हैं | जिसका केवल और केवल एक ही कारण है डिग्री कॉलेज, टेक्निकल कॉलेज आदि की कमी होना | कृषि आधारित यहां की जगह रहने के बावजूद भी यहां सिंचाई की अच्छी व्यवस्था नहीं है | खाद बीज कृषि तकनीक आदि की काफी कमी है | उन्होंने यह भी कहा कि कौशल विकास के क्षेत्र में हमें आगे आना चाहिए क्योंकि यहां के मजदूर बाहर तो जाते हैं काम करने के लिए परंतु उनके मेहता ने के हिसाब से उनका पैसा नहीं मिलता अगर इन्हें एक सर्टिफिकेट मिल जाए तो इन्हें इन लोगों का तकदीर बदल जाएगा |



इस कार्यक्रम के बाद भारतीय थारु कल्याण महासंघ के हॉल में महिलाओं का कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित कर आयोजक गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के द्वारा किया गया | महिलाओं के बीच गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली की गीता शुक्ला जी ने महिलाओं के स्वास्थ्य शिक्षा घरेलू समस्याओं और निपटारा के ऊपर भी चर्चाएं की | उन्होंने यह भी कहा कि जब तक एक महिला सशक्त नहीं होगा होगी तब तक समाज सशक्त नहीं होगा हो सकता | सभी महिलाओं को घरेलू काम के साथ-साथ सामाजिक कामों में भी भागीदारी लेने लेने का सलाह दिया | दोपहर 1:00 बजे सत्र का समापन हुआ | सत्र समापन के बाद उपस्थित सभी लोगों ने भोजन किया |



कार्यक्रम के द्वितीय सत्र

सत्र का शुभारंभ पुनः 6:00 बजे शाम से हुआ यह सांस्कृतिक कार्यक्रम रात्रि 9:00 बजे तक चला | सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति बबीता कुमारी के द्वारा थारु कुलगीत से हुई |
कार्यक्रम के दौरान बुद्धिसागर महतो ने पूर्वी गीत प्रस्तुति किया |
ममता एवं खुशबू चौधरी ने एक कंजरी गीत गाया तथा एक लोक नृत्य भी प्रस्तुत किया |
खूब लाल जी ने एक विकास गीत गाकर सभी को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित प्रेरणा दिया | कार्यक्रम के दौरान कई थारु कला गुरुकुल गीत लोक नृत्य की प्रस्तुति की गई | इस सांस्कृतिक कार्यक्रम का समापन देशभक्ति गीत गाकर किया गया |
कार्यक्रम के अंत में भारतीय थारु कल्याण महासंघ के अध्यक्ष माननीय श्री देव नारायण प्रसाद जी ने सभी उपस्थित लोगों को धंयवाद दे कर किया |
रात्रि भोजन करके ही घर जाने को कहा आज के सत्र समापन के बाद सभी लोगों ने रात्रि भोजन किया |



तृतीय दिवस- दिनांक 24/06/ 2017

सुबह 8:00 बजे से विद्यालय के बच्चों के साथ अकरम की शुरुआत हुई स्कूल के छात्र छात्राओं ने कई देश भक्ति, लोकगीत, विकास गीत, आदि प्रस्तुत किया | युवाओं के बीच जो प्रतिभा गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली की पूरी टीम ने जो देखी और वहां के बच्चों के प्रतिभा के बारे में जब जाना उसके आधार पर खेल-कूद, नृत्य-संगीत तथा शिक्षा में अव्वल अंक लाने वाले कुल 27 विद्यार्थियों की सूची स्कूल प्रबंधन से लिया और उन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया| कुल 27 युवाओं को सम्मानित किया गया | बच्चों के बीच मिठाइयां बांटी गई कार्यक्रम के दौरान ही भारतीय थारु कल्याण महासंघ का हाल में किसानों की बैठक हुई | बैठक की अध्यक्षता श्री दीप नारायण प्रसाद जी ने किया |

इस बैठक के दौरान आज के गाँधी माननीय श्री बसंत जी ने किसानों से खेती-किसानी पर चर्चा किया | किसानों का कैसे कौशल विकास हो इस पर भी चर्चा हुई | आज के गाँधी माननीय श्री बसंत जी ने किसानों को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के बारे में भी बताया तथा इस योजना को कैसे थारुहर समाज के बीच शुरू किया जाए इस पर भी मौजूद लोगों से राय लिया | कार्यक्रम का समापन कुसुम देवी के द्वारा किया गया इसी प्रकार तीन दिवसीय कार्यक्रम गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के द्वारा संपन्न हुआ |



आनंद श्री कृष्णन



7631230061

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